समय नही था पास मेरे ,
समय से काफी दूर था मैं,
करता क्या याद तेरी
जिंदगी से मजबूर था मैं //१//
आज भी याद है वो भीगी रातें,
मीठी-मीठी प्यारी बातें,
जब तू थी हरदम खुश रहती,
और जिंदगी से भरपूर था मैं //२//
तुने मुझको ग़लत था समझा,
कर गई मेरी जिंदगी तनहा,
तुने कैसे था ये सोचा,
सारा ही कसूर था मैं //३//
अब भी तेरी याद है आती,
तेरी ही फरियाद है लाती,
तुझे भूल कर कैसे जिउ,
तेरा ही तो नूर था मैं //४//
अब तनहा रहना सीख गया हु,
तुझ बिन जीना सीख गया हु,
नही थी साड़ी गलती तेरी,
हा थोड़ा सा मगरूर था मैं //५//
समय नही था पास मेरे ,
समय से काफी दूर था मैं,
करता क्या याद तेरी,
जिंदगी से मजबूर था मैं //६//
समय से काफी दूर था मैं,
करता क्या याद तेरी
जिंदगी से मजबूर था मैं //१//
आज भी याद है वो भीगी रातें,
मीठी-मीठी प्यारी बातें,
जब तू थी हरदम खुश रहती,
और जिंदगी से भरपूर था मैं //२//
तुने मुझको ग़लत था समझा,
कर गई मेरी जिंदगी तनहा,
तुने कैसे था ये सोचा,
सारा ही कसूर था मैं //३//
अब भी तेरी याद है आती,
तेरी ही फरियाद है लाती,
तुझे भूल कर कैसे जिउ,
तेरा ही तो नूर था मैं //४//
अब तनहा रहना सीख गया हु,
तुझ बिन जीना सीख गया हु,
नही थी साड़ी गलती तेरी,
हा थोड़ा सा मगरूर था मैं //५//
समय नही था पास मेरे ,
समय से काफी दूर था मैं,
करता क्या याद तेरी,
जिंदगी से मजबूर था मैं //६//
ठीक-ठाक शुरुआत...
ReplyDeleteशुभकामनाएं...
मेरे पास काफ़ी समय है मित्र.
ReplyDeleteबेहतर भावाव्यक्ति.
samay mil jayega balak, narayan narayan
ReplyDeleteपढ़कर अच्छा लगा
ReplyDeleteहिंदी ब्लॉग की दुनिया में आपका स्वागत है...
ReplyDeletemujhe to sachhi blv nhi ho rha ki tumne ye likhi h par achha likha h
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना है आपकी दिल में कुछ यादें और छा गई है
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